डोली में आई थी ओर अर्थी पर ही जाऊँगी” उधर कबाड़ी ठेले को धक्का दे लिए जा रहा था.... डोली में आई थी ओर अर्थी पर ही जाऊँगी” उधर कबाड़ी ठेले को धक्का दे लिए जा रहा था....
कहाँ गए वो दिन कहाँ गए वो दिन
जैसे ही घर पर टीवी चैनल पर लॉकडाउन की खबर सुनी, मन बैचेनी से भरा। जैसे ही घर पर टीवी चैनल पर लॉकडाउन की खबर सुनी, मन बैचेनी से भरा।
वो कहते हैं ना कि प्यार करना किसी के बस में नहीं होता वो तो बस हो जाता हैं। वो कहते हैं ना कि प्यार करना किसी के बस में नहीं होता वो तो बस हो जाता हैं।
तब फ़्रेंड रिक्वेस्ट फ़ेस बूक पर नही बल्कि दोस्त लेके ज़ाया करते थे, तब फ़्रेंड रिक्वेस्ट फ़ेस बूक पर नही बल्कि दोस्त लेके ज़ाया करते थे,
पहली कक्षा में नाम लिखाने पिताजी हमें लाए हैं । अम्मा ने आते समय कहा उमर पांच साल बतान पहली कक्षा में नाम लिखाने पिताजी हमें लाए हैं । अम्मा ने आते समय कहा उमर पांच सा...